भारतीय प्रवासी
भारतीय प्रवासी समुदाय, जिसे भारतीय डायस्पोरा के नाम से भी जाना जाता है, विश्व के विभिन्न कोनों में फैला हुआ है। यह समुदाय न केवल अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोए हुए है, बल्कि अपने नए निवास स्थानों में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। भारतीय प्रवासी समुदाय की उत्पत्ति और विकास की कहानी अत्यंत रोचक और प्रेरणादायक है। भारतीय प्रवासी समुदाय की उत्पत्ति का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। प्राचीन समय में व्यापार और शिक्षा के उद्देश्य से भारतीय लोग विभिन्न देशों में जाते थे। मध्यकाल में, विशेषकर ब्रिटिश शासन के दौरान, भारतीयों को गिरमिटिया मजदूरों के रूप में फिजी, मलेशिया, केन्या, और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में भेजा गया। स्वतंत्रता के बाद, भारतीय प्रवासियों की संख्या में वृद्धि हुई और वे संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, और खाड़ी देशों में बसने लगे। भारतीय प्रवासी समुदाय ने अपने नए निवास स्थानों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने न केवल आर्थिक क्षेत्र में बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बनाई है। भारतीय प्रवासी समुदाय ने अपने मेहनत और कौशल ...